जालंधर, 03 सितंबर (कबीर सौंधी) : पंजाब के जालंधर से बड़ी खबर है। जालंधर के एसएचओ नवदीप सिंह समेत दो पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें एक महिला कंस्टेबल भी शामिल है। इन तीनों पर आरोप है कि दो सगे भाईयों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
थाना डिवीजन नंबर 1 में टॉर्चर और अपमानित किए जाने के बाद ढिल्लों ब्रदर्स मानवजीत और जश्नदीप ने गोइंदवाल साहिब में पुल से ब्यास में छलांग लगा दी थी। शनिवार देर रात जश्नदीप की डेड बॉडी मिल गई है और उसकी पहचान भी हो गई है। परिवार की शिकायत पर थाना डिवीजन नंबर 1 के तत्कालीन प्रभारी नवदीप सिंह, महिला कॉन्स्टेबल जगजीत कौर और मुंशी बलविंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के लिए आईपीसी की धारा 306 और थाने में धमकाने के लिए धारा 506 और पुलिस रुल 34 के तहत केस दर्ज किया है। इन तीनों ने ही थाने में मानवजीत के साथ मारपीट की थी और उसकी पगड़ी तक उतार दी थी। हालांकि परिवार की मांग थी कि SHO नवदीप सिंह के ऊपर पगड़ी की बेअदबी करने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 295 में भी केस दर्ज किया जाए।
जश्नदीप का शव ब्यास नदी में बहाव के साथ खेतों में पहुंच गया था। गांव का किसान पानी उतरने के बाद शनिवार को खेत में गया था। वह जब अपने खेत के किनारों को ठीक कर रहा था। तो एक हाथ में कड़ा दिखाई दिया। इसके बाद उसने कस्सी से घास को आगे-पीछे किया तो उसे नीके रंग के पांव में पहने जूते भी नजर आए। किसान ने मोहतबर लोगों को साथ लेकर शव दिखाया और उसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी।
वीडियो वायरल होने के बाद परिवार के लोग शव को देखने के लिए रवाना हो गए हैं। गांव वालों ने शव के बारे में स्थानीय पुलिस स्टेशन को भी सूचित कर दि्या है। नजदीकियों का कहना कि जूते और कड़ा जश्नदीप के हैं। किसान ने कहा कि जिस युवक का शव मिला है वह लंबा जवान हैं।
यह था मामला
जालंधर डिवीजन नंबर 1 के पुलिस स्टेशन के एसएचओ नवदीप सिंह के पास परमिंदर कौर का फैमिली विवाद का मामला था। मानवदीप सिंह निवासी मोहल्ला अगवाड कंबोआ धर्मकोट जिला मोगा हाल निवासी जालंधर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि दोस्त की बहन परमिंदर कौर का पति गुरमीत सिंह और उसके परिवार के साथ विवाद है। 16 अगस्त को थाने में दोनों पक्षों में कहासुनी हुई।
इस दौरान लड़के पक्ष ने बेटी परमिंदर कौर और मानवजीत के साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस कर्मियों ने भी थाने से बाहर निकाल दिया। कुछ देर बाद एक व्यक्ति मानवजीत को एसएचओ नवदीप सिंह के पास ले गया। कुछ मिनट बाद अंदर से चीखने-चिल्लाने की आवाज आई। हमारे सामने ही मानवजीत को थप्पड़ मारे। उसकी पगड़ी उतर दी गई।
केस दर्ज कर हिरासत में लिया था
इसके बाद पुलिस ने रात करीब 8 बजे मानवजीत सिंह ढिल्लों के खिलाफ हल्ला करने का केस दर्ज कर हिरासत में ले लिया। अगले दिन शाम को मानवजीत को जमानत मिल गई। इसके अगले दिन मानवजीत का छोटा भाई जशनदीप सुबह बिना बताए घर से निकल गया। शाम को फोन कर कहा कि थानेदार नवदीप द्वारा की गई बेइज्जती के कारण दरिया में कूदकर जान दे रहा है।
जशनदीप को समझाने गोइंदवाल साहिब में पहुंचे, लेकिन उसने छलांग लगा दी और उसके बाद मानवजीत ने भी छलांग लगा दी। बता दें कि करोना काल में एक सब्जी वाले के रेहड़ी को लात मरने के चलते एसएचओ नवदीप सिंह विवाद में रहे थे।