जालंधर, 17 जून (कबीर सौंधी) : सरकार जल्द ही जमीनों की कलेक्टर रेट को बढ़ाने जा रही है। जिससे चलते आने वाले दिनों में जमीनों की रजिस्ट्री और महंगी हो सकती है। यही नहीं, पहले से ही एनओसी के कारण मंदी में डूबे रिएल एस्टेट कारोबार को बड़ा झटका लगेगा। इसे लेकर बिल्डरों औऱ कालोनाइजरों ने मीटिंग कर सरकार को ज्ञापन सौंपने का फैसला किया है।
सरकार द्वारा कालोनियों में प्लाटों की रजिस्ट्री को सरल बनाने और एनओसी के रेट में कमी लाने को लेकर आज जालंधर बिल्डर्स एंड कालोनाइजर एसोसिएशन के प्रधान मेजर सिंह ने आज डीसी घनश्याम थोरी से मुलाकात की। मेजर सिंह ने कहा है उन्होंने डीसी से एनओसी के रेट को कम करवाने और कलेक्टर रेट को न बढ़ाए जाने की मांग की है।
कलेक्टर रेट बिल्कुल नहीं बढ़ने चाहिए
मेजर सिंह ने बताया कि इस संबंध में डीसी घनश्याम थोरी से मिलकर कालोनाइजरों औऱ बिल्डरों की मांग से अवगत करवाया गया है। डीसी ने भी सकारात्मक पहल की है। फिलहाल सोमवार को जालंधर के सभी कालोनाइजर औऱ बिल्डर्स इस संबंध में एक ज्ञापन डीसी को सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि कलेक्टर रेट बिल्कुल नहीं बढ़ने चाहिए।
आपको बता दें कि कलेक्टर रेट बढ़ने का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा, जो प्लाट लेकर अपना घर बनाने की सोच रहे हैं। महंगाई के इस दौर में प्लाट लेना औऱ घर बनाना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में अगर कलेक्टर रेट बढ़ता है तो रजिस्ट्री की फीस और अष्टांप ड्यूटी बढ़ेगी। जिससे प्लाट खरीदने वाले लोगों की जेब ज्यादा खाली होगी।