दिल्ली, 18 दिसंबर (ब्यूरो) : देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। क्रिसमिस, न्यू यीअर पर कोरोना का साया मंडराने लगा है। एहतियात के तौर पर इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ एहतियाती कदम उठाना जरूरी है ताकि इस वायरस के प्रसार के जोखिम को जितना हो सके, उतना कम किया जा सके।
इस एडवाइजरी में राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के जिलेवार आंकड़ों पर नजर रखें। साथ ही नियमित तौर पर इस संबंध में अपडेट करते रहें।यह एडवाइजरी केरल में कोरोना के नए सबवैरिएंट JN.1 की पुष्टि के बाद जारी की गई है। दरअसल केरल की 79 साल की एक महिला में इसकी पुष्टि हुई थी। महिला का 18 नवंबर को आरटी-पीसीआर टेस्ट रिजल्ट आया था। जिसमें इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी के हल्के लक्षण थे और वह कोविड-19 से ठीक हो चुकी है।
इससे पहले सिंगापुर से लौटे तमिलनाडु के एक शख्स में भी JN.1 सब-वैरिएंट का पता चला था।
वह व्यक्ति तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का रहने वाला था और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी।
देश में अब तक कोरोना के 4 करोड़ 50 लाख 4 हजार 816 केस सामने आ चुके हैं।
वहीं, 5 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 5 लाख 33 हजार 316 पहुंच गया है।
बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 44 लाख 69 हजार 799 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक देश का रिकवरी रेड 98.81 फीसदी तो वहीं मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है।
मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक देश में अब तक COVID-19 वैक्सीन की 220.67 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।
इस वैरिएंट पर क्या कहते हैं जानकार?
इस नए वैरिएंट के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के चीफ डॉक्टर एनके अरोड़ा ने बताया, ‘यह BA.2.86 का एक सब वैरिएंट है।
हमारे पास JN.1 के कुछ मामले हैं।’ उन्होंने कहा, ‘भारत निगरानी रख रहा है और यही कारण है कि अब तक किसी अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर बीमारी की सूचना नहीं मिली है।’
पहले के वैरिएंट्स से कितना अलग है यह JN.1?
नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कोविड टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष राजीव जयदेवन के अनुसार, ‘JN.1 एक गंभीर रूप से प्रतिरक्षा-रोधी और तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है, जो XBB और इस वायरस के पहले के सभी वैरिएंट्स से स्पष्ट रूप से अलग है।
यह उन लोगों को संक्रमित करने में सक्षम है जिन्हें पहले भी कोविड संक्रमण हुआ था और जिन लोगों को टीका लगाया गया था।
केरल में मास्क अनिवार्य
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कर्नाटक सरकार ने संक्रमण के नए वेरिएंट जेएन-1 (Covid Sub-variant JN.1) को लेकर अलर्ट किया है।
सूबे के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने सोमवार (18 दिसंबर) को एक एडवाइजरी जारी की है।
इसके जरिए उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है।
उन्होंने सरकारी अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा है और स्वास्थ्य विभाग को पूरी स्थिति की निगरानी के आदेश दिए हैं। अस्पतालों को कोरोना के मामलों की जानकारी विभाग को भेजने को कहा है।
बुजुर्गों के लिए खास नसीहत
कर्नाटक के कोडागु में पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने बुजुर्गों के लिए खास तौर पर सतर्कता बरतने की नसीहत देते हुए कहा, हमने कल एक बैठक की जहां हमने चर्चा की कि क्या कदम उठाए जाने चाहिए।
हम जल्द ही एक एडवाइजरी जारी करेंगे। जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और जिन्हें दिल की समस्या है या अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें मास्क पहनना चाहिए।
अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के सरकारी अस्पतालों को तैयार रहने को कहा गया है।
केरल के साथ सीमा साझा करने वाले क्षेत्रों को अधिक सतर्क रहने को कहा गया है। खास तौर पर मैंगलोर, चमनजनगर और कोडागु को सतर्क किया गया है।
शुरू होगी मास टेस्टिंग
उन्होंने बताया कि संक्रमण पर लगाम लगाने लिए एक बार फिर सामूहिक जांच शुरू की जाएगी। मंत्री ने कहा, “जिन लोगों को सांस संबंधी समस्या है, उन्हें अनिवार्य रूप से टेस्ट कराना होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में कोविड के 1,800 से अधिक मामलों में से 1,600 से अधिक मामले केरल में सामने आए हैं।
केरल में रविवार को चार लोगों की मौत हुई थी जिसके बाद कर्नाटक ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।