जालंधर, 22 जनवरी (कबीर सौंधी) : शहर के नए पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल के नाम से गैंगस्टर्स भी दहशत खौफ खाते हैं, क्योंकि वे न सिर्फ कई गैंगस्टर्स को सलाखों के पीछे पहुंचा चुके हैं बल्कि काईयों को एनकाउंटर में भी मार गिरा चुके हैं। साल 2012 में पंजाब के एक चर्चित गैंगस्टर शेरा खुब्बण को एनकाउंटर में मार गिराया था।
वहीं मोहाली में एसएसपी के कार्यकाल के दौरान चहल ने जीरकपुर में हुए एक ऑप्रेशन के दौरान कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के काफी करीबी रहे अंकित भादू को एनकाउंटर में मार गिराया गया। पंजाब के चर्चित गैंगस्टर को मार गिराने के बाद चहल को लगातार धमकी मिलती रही जिसके बाद पंजाब सरकार ने उन्हें बुलेट प्रूफ गाड़ी मोहय्या करवाई थी। इसके साथ ही चहलं की सुरक्षा के लिए विशेष दस्ता भी दिया है। गुरप्रीत सिंह भुल्लर के बाद वे ही लंबे समय तक मोहाली में तैनात रहे हैं।
मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले चहल ने साल 2005 में चंडीगढ़ पुलिस में एएसआई के पद पर ज्वाइनिंग की थी। इस दौरान वे अपने भाई के पास पंचकूला में रहते थे। इसी नौकरी के साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की, क्योंकि वे नौकरी छोड़ने का रिस्क नहीं लेना चाहते थे।
वे हमेशा अपने पास एक पिट्ठू बैग रखते थे, जिसमें किताबें रहती थीं। थाने में या कहीं भी जब भी उन्हें समय मिलता, वे किताबें निकालकर पढ़ने लगते थे। कड़ी मेहनत, प्रबल इच्छाशक्ति और सही दिशा में किए गए प्रयासों से तीसरे साल यूपीएससी में उन्होंने 82वीं रैंक हासिल की। उस समय वे मनीमाजरा थाने में एसआई के पद पर तैनात थे।