पंजाब, 11 जनवरी (न्यूज़ 24 पंजाब) : पंजाब में अगले महीने होने जा रहे चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों की तरफ से अब प्रत्याशियों का ऐलान किया जा रहा है। इस बार एक तरफ जहां कांग्रेस ने पुराने सीएम के चेहरे को बदलकर चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बना सत्ता विरोधी लहर को कम करने का प्रयास किया तो वहीं आम आदमी पार्टी पूरी तकत झोंक चुकी है। दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी भी बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव को कांटे का बनाने में लगी हुई है। ऐसे में सवाल ये है कि आखिर राज्य की जनता किसे मौका देने जा रही है।
एक निजी कंपनी द्वारा किये गए वोटर सर्वे के मुताबिक, राज्य में कैप्टन अमरिंदर सिंह को 6 फीसदी लोग सीएम के तौर पर पसंद कर रहे हैं। सुखबीर सिंह बादल को 15 फीसदी तो वहीं अरविंद केजरीवाल को 17 फीसदी, चरणजीत सिंह चन्नी को 29 फीसदी, नवजोत सिंह सिद्दू को 6 फीसदी तो भगवंत मान को 23 फीसदी और अन्य को 4 फीसदी सीएम के तौर पर राज्य की जनता देखना चाहती है।
किस रीजन में किसे कितनी सीटें?
दोआबा रीजन
सर्वे के मुताबिक, पंजाब चुनाव में दोआबा रीजन में कुल 23 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 7 से 11 सीटें मिल सकती है। जबकि आम आदमी पार्टी के खाते में 7 से 11 सीटें जा सकती है। अकाली दल के हिस्से में 2 से 6 सीटें जा सकती है तो वहीं बीजेपी एक सीट पर सिमट कर रह सकती है।
माझा रीजन
पंजाब के मांझा रीजन में विधानसभा की कुल 25 सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक, इस बार चुनाव में कांग्रेस को मांझा रीजन से 14 से 18 सीटें मिल सकती है। जबकि आम आदमी पार्टी को 3 से 7 सीटें, अकाली दल को 2 से 6 सीटें तो वहीं भारतीय जनता पार्टी को महज 1 सीट से संतोष करना पड़ सकता है।
मालवा रीजन
पंजाब का मालवा रीजन सीटों के लिहाज से सबसे बड़ा है. यहां पर कुल 69 सीटें हैं। कांग्रेस को मालवा रीजन में 13 से 17 सीटें मिल सकती है। मालवा रीजन में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती हुई दिख रही है। आप यहां की 39 से 43 सीटें अपने नाम कर सकती है। जबकि अकाली दल 10 से 14 सीटें, बीजेपी-2 सीटें और अन्य 1 सीट हासिल कर सकती है।