जालंधर, 16 जून (कबीर सौंधी) : बीजेपी के पूर्व विधायक केडी भंडारी ने हाल ही में विजिलेंस के समक्ष डीएवी फ्लाईओवर घोटाले को लेकर मुद्दा उठाया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि 10 करोड़ रुपए की लागत से बनी वर्कशॉप चौक से डीएवी फ्लाईओवर सड़क 10 महीने भी नहीं चल पाई। इसके बाद बीजेपी के जिला महामंत्री एडवोकेट अशोक सरीन हिक्की ने इन सभी प्रोजेक्टर की विजिलेंस जांच की मांग की है।
वहीं इस जांच के चलते जालंधर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कम्पनी के अधिकारियों और विधायक बावा हैनरी जूनियर विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, एक बीजेपी नेता ने विभिन्न ठेका कम्पनियों को अलॉट किए गए सभी प्रोजैक्टों की विजीलैंस से जांच करवाए जाने की मांग की है।
बता दे कि इस मामले को लेकर एसएसपी विजीलैंस जालंधर राजेश्वर सिंह सिद्धू के माध्यम स्पैशल डीजीपी चीफ डायरैक्टर विजीलैंस पंजाब को भेजी गई शिकायत और मांग-पत्र में कहा गया है कि वर्कशॉप से डीएवी कॉलेज तक की सड़क का ठेका विधायक के कहने पर उसके करीबी को दिया गया था तथा सड़क बनाने में घटिया मटीरियल के इस्तेमाल के कारण सड़क बुरी तरह से टूट गई है।