जालंधर 26 मार्च (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया।
मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 11 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।
सर्व प्रथम वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन मुख्य यजमान पंकज उपाध्याय से सपरिवार हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते नवजीत भारद्वाज ने कहा कि मधुर वाणी ही वास्तव में जप और तप है। ऐसी वाणी ही चमत्कार दिखाती है। जीवन को मंगलमय बनाने, चारों ओर सुख शांति और मधुरता का वातावरण बनाने में मधुर वाणी राम बाण है। वाणी में अमृत भी है और विष भी है। यदि हम वाणी से प्रभु सिमरण करते हैं तो वाणी में अमृत है और इसके विपरीत यदि दूसरों की निंदा करते हैं, अपमान करते हैं, अपशब्द बोलते हैं तब वाणी विषमय हो जाती है। उन्होने कहा कि जगत में कर्म के परमाणु ठसाठस भरे हैं, लेकिन हमें प्रयास करना चाहिए कि वह हमसे कम चिपके। धन की अभिवृद्धि, भौतिक साधन मिलने पर खुशी होती है तो इनके अभाव में दु:ख, यह संसार का नियम है। उन्होंने कहा, सुख दुख पर इस पर गहराई से चिंतन कर सोचना चाहिए कि जो मेरा है, पराया नहीं हो सकता और जो पराया है, वो मेरा नहीं हो सकता। जिसे आप मेरा कहते हैं, वह भी एक दिन यही रहने वाला है। घर वाले और निकट के सगे संबंधी भी सांस निकलने के बाद रस्सी से लपेट कर उल्टे पैर घर से निकाल देते हैं। इस अवसर पर गुरबाज सिंह, बावा जोशी, राजेंद्र कत्याल, गोपाल मालपानी, गौरव कोहली, गितेश, गुलशन शर्मा, पूनम प्रभाकर, एडवोकेट राज कुमार, बलजिंदर सिंह, एडवोकेट राज कुमार, पूनम प्रभाकर, साधना प्रभाकर, अश्विनी शर्मा धूप वाले, अमरेंद्र शर्मा, चंद्र शेखर, अमति कुमार, सुदेश शर्मा, पंकज उपाध्याय, राहुल शर्मा, रमन शर्मा, प्रशांत, साहिल मल्होत्ना, दीपक मल्होत्ना, आयान मल्होत्ना, सुमित, राकेश शर्मा, रोहित मल्होत्ना, राजन पाटनी, नीरज, मनी, प्रशांत, अजय, बावा खन्ना, रवि कुमार, वरु ण सहोत्रा, समीर चोपड़ा, वरुण, सौरभ, रोहित बहल, शाम लाल, जोगिंदर सिंह, ठाकुर बलदेव सिंह, मुकेश चौधरी, अभिलक्षय चुघ, साहिब, मंजीत कौर, राजीव, मोहित बहल, दीशांत शर्मा, राजन शर्मा, प्रिंस, पं. रमाकांत शर्मा, सौरभ मल्होत्ना, राकेश, रोहित बहल, प्रवीण, दीपक, अनीश शर्मा, अशोक शर्मा, सुनील जग्गी , दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
आरती उपरांत प्रसाद रूपी विशाल लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।