बठिंडा, 24जुलाई (सुरेश रहेजा) : पूर्व केंद्रीय मंत्री और बठिंडा की सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) में 28 बिस्तरों वाला ट्राॅमा और आपातकालीन केंद्र को अपग्रेड करने के साथ साथ संस्थान में अमृत फार्मेसी में सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने सहित लोगों के सामने आने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान करने का अनुरोध किया है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए बठिंडा सांसद ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि भले ही पिछले साल स्वास्थ्य मंत्री के साथ मौजूदा 28 बिस्तरों वाले ट्राॅमा सेंटर को 300 बिस्तरों की सुविधा में अपग्रेड करने के साथ साथ चिकित्सा कर्मचारियों के लिए आवास सुविधा का निर्माण करने के मुददे को उठाया था, लेकिन वे अभी भी लंबित हैं।
अकाली नेता ने कहा , ‘‘ अब मरीजों ने मुझे सूचित किया है कि एम्स में अमृत फार्मेसी मौजूद है, लेकिन इसमें पर्याप्त स्टाॅक मौजूद नही है। इससे मरीजों को संस्थान के बाहर निजी दवा की दुकानों से बहुत अधिक कीमत पर दवाएं खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है। मंत्री से डिस्पेंसरी में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहते हुए बीबा बादल ने कहा, ‘‘ एम्स में अमृत डिस्पेंसरियों की संख्या भी बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि मरीजों को लंबे समय तक दवाओं का इंतजार करना पड़ता है’’। उन्होने कहा कि यह आवश्यक था, क्योंकि संस्थान में प्रतिदिन 2500 से अधिक मरीज आते हैं। उन्होने एम्स के लिए प्रस्तावित जन औषधि केंद्र शीघ्र स्थापित किए जाने का अनुरोध किया है’’।
बीबा बादल ने ट्राॅमा सेंटर को अपग्रेड करने की आवश्यकता के बारे में बोलते हुए कहा, ‘‘ बठिंडा तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों और दो राज्य राजमार्गों के चैराहे पर स्थित है’’। उन्होने कहा कि इसके कारण दुर्घटनाएं बहुत ज्यादा होती है इसीलिए जिले में दुर्घटनाओं की मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है। उन्होने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को वर्तमान ट्राॅमा सेंटर दुर्घटना की घटनाओं से निपटने के लिए छोटा पड़ रहा है, इसीलिए इसका तुरंत विस्तार किया जाना चाहिए।
बीबा बादल ने एनएच-54 से संस्थान तक एक फ्लाईओवर के निर्माण की आवश्यकता पर भी जोर दिया ताकि यात्री आसानी से आवागमन कर सकें। उन्होने कहा कि एनएच-54 को एम्स से जोड़ने वाली सर्विस रोड का जंक्शन दुर्घना संभावित क्षेत्र है और संस्थान में आने वाले मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के कारण बेहद जोखिम का खतरा बढ जाता है।
सांसद ने रोगी के हित में संस्थान में डाॅक्टरों के लिए आवश्यक आवास का निर्माण करने का भी अनुरोध किया। उन्होने कहा कि आवास सुविधा की कमी के कारण चिकित्सा पेशेवर नौकरी छोड़कर जाने की दर बहुत ज्यादा बढ़ रही है।
उन्होने कहा कि डाॅक्टरों के रहने के लिए 1120 आवास इकाइयां लंबित हैं, इसे तत्काल वित्तीय मंजूरी देकर जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा किए जाने का अनुरोध किया है।