जालंधर 6 अक्टूबर (धर्मेन्द्र सौंधी) : डीपीआई (सी) से प्राप्त निर्देशों के अनुसार, प्रिंसिपल प्रो डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में साइबर जागरूकता दिवस मनाने के लिए हंस राज महिला महा विद्यालय, जालंधर में साइबर अपराध पर एक व्याख्यान आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के संसाधन व्यक्ति श्री गुल्लागोंग, कंप्यूटर विज्ञान के पीजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर थे। उन्होंने दर्शकों को साइबर जागरूकता से अवगत कराया और कहा कि वर्तमान युग में, जिसमें हमारा अधिकांश काम ऑनलाइन है, इसके बारे में सभी को जागरूक होना नितांत आवश्यक है। उन्होंने दर्शकों को उनकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे क्यूआर कोड, ई-मेल आदि के बारे में अतिरिक्त सावधानी के साथ साझा करने के लिए आगाह किया।
उन्होंने श्रोताओं को यह भी बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक वर्ष अक्टूबर माह को साइबर अपराध जागरूकता माह के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने दर्शकों को आईटी एक्ट 2000 से अवगत कराया और हैकिंग, रैंसमवेयर, सामान्य खतरों आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की। उनके द्वारा प्रदान की गई सभी जानकारी प्रभावी और आंखें खोलने वाली थी। प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने अपने संबोधन में वर्तमान युग में साइबर अपराध जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित यह व्याख्यान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंप्यूटर विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. संगीता अरोड़ा ने संसाधन व्यक्ति श्री गुल्लागोंग का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ. अनिल भसीन, श्री जगजीत भाटिया, डॉ. जतिंदर, श्रीमती. तकनीकी विभाग की ओर से सविता महेंद्रू और श्री विधु वोहरा भी उपस्थित थे।