चंडीगढ़, 30 जुलाई :- पंजाब सरकार की ओर से चलाई गई मुहिम के तहत एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स को गैंगस्टरों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने एक बड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए 11 गैंगस्टरों को अवैध हथियारों सहित गिरफ्तार किया है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने आरोपियों से नौ हथियार और पांच लूटे गए वाहन बरामद किए।
गैंगस्टरों के रिंडा, गोल्डी, विक्रम बराड़ के साथ जुड़े तार
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन को जालंधर ग्रामीण पुलिस ने अंजाम दिया। चंडीगढ़ में प्रैस करते हुए एजीटीएफ के प्रमुख प्रमोद बान ने बताया कि पकड़े गए गैंगस्टरों के रिंडा, गोल्डी, विक्रम बराड़ के साथ तार जुड़े है । विक्रम बराड़ विदेश में बैठ कर इस गैंग को चला रहा रहा है। पूछताछ में पता चला कि लुधियाना, होशियारपुर जेलों में बंद गैंगस्टरों को छुड़वाने की प्लानिंग थी, जिसे नाकाम कर दिया गया है। साथ ही मोहम्मद यासिर नाम का भगौड़ा काबू किया गया, जिसके ऊपर पहले से ही कई मामले दर्ज है।
आरोपियों की पहचान
आरोपियों की पहचान नकोदर निवासी यासीन अख्तर उर्फ जैसी पुरेवाल, नया शहर बडाला के सागर सिंह, समराला के अमर मलिक, लोहियां की नवी, नकोदर का अंकुश सभरवाल उर्फ पाया, ऊना के सुमित जसवाल उर्फ काकू, फिल्लौर का अमनदीप उर्फ शूटर, फिल्लौर के शिव कुमार उर्फ शिव, नकोदर का विशाल उर्फ फौजी, ऊना के अरुण कुमार उर्फ मणि राणा और कपूरथला के अन्नू उर्फ पहलवान के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्ति हिस्ट्रीशीटर हैं और जघन्य अपराधों के मामलों का सामना कर रहे हैं।
यह समूह कई पड़ोसी राज्यों में था सक्रिय: प्रमोद बान
एसएसपी जालंधर ग्रामीण स्वपन शर्मा के साथ मौजूद एडीजीपी प्रमोद बान ने कहा कि यह समूह कई पड़ोसी राज्यों में सक्रिय था और हत्या, हत्या के प्रयास, सशस्त्र डकैती, संगठित रंगदारी, डकैती और नशीली दवाओं की तस्करी सहित अपराधों में शामिल था। उन्होंने कहा, “उनकी गिरफ्तारी के साथ, पंजाब पुलिस ने कम से कम सात हत्याएं, दो पुलिस हिरासत से भाग निकले और चार सशस्त्र डकैतियों को विफल कर दिया है।”