जालंधर (अमनदीप सिंह) : प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मोहिंदर भगत ने कहा कि प्रदेश में बिजली के लार्ज सप्लाई (एलएस) वर्ग में आते उपभोक्ताओं के फिक्स चार्जेस बढ़ाए जाने से उद्योग जगत में निराशा पाई जा रही है,कोविड-19 महामारी की दूसरी और ज्यादा घातक लहर से जूझ रहे प्रदेश के कारोबारी जगत को राहत देने की बजाए उन पर टैक्सों,बिजली दरों का बोझ डाला जा रहा है । पंजाब सरकार की तरफ से लॉकडाउन के दौरान उद्योगों को बिजली के बिलों से लेकर फिक्स चार्ज तक में कोई राहत नहीं दी गई। महंगी बिजली होने की वजह से मजबूरी में औद्योगिक इकाइयां पड़ोसी राज्यों जहां की सरकारें उद्योगों को राहत देती है वहां पलायन कर जाएंगी, जिससे पंजाब का नुकसान होगा और बेरोजगारी भी बढ़ेगी। लेकिन पंजाब सरकार ने इस मसले को लेकर उद्योग जगत को किसी भी तरह की राहत नहीं दी। भगत ने कहा कि पंजाब सरकार अगर कोरोना के लॉकडाउन में उद्योगों को कोई राहत नहीं देती तो बिजली के फैक्ट्री चार्जेस में की गई बढ़ोतरी को वापस लें। सरकार को उद्योगों से करोड़ों रुपये का रेवेन्यू आता है, अगर सरकार उद्योगों की ओर ध्यान नही देती तो उद्योग पलायन करने से सरकार को टैक्स वसूली का भारी नुकसान होगा और उद्योग जगत की अनदेखी से उद्योगपतियों में सरकार के प्रति रोष बढ़ता जाएगा। इसका खामियाजा सरकार को आगामी विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ सकता है। उद्योगपतियों को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से उम्मीदें थी कि बिजली दरें सस्ती करेंगे , लेकिन नतीजा इसके विपरीत बिजली दरें बड़ाई गई । इस अवसर पर विनीत धीर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा, पार्षद वीरेश मिंटू और राजीव ढींगरा जिला महासचिव मौजूद थे।
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