देहरादून, 25 अगस्त (ब्यूरो) : भारी बारिश के कारण पहाड़ दरक रहे हैं। पहाड़ी राज्यों में लैंड स्लाइड की घटनाएं बढ़ गई हैं। एसे में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जाने से बचें। ताजा जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में लैंड स्लाइड से कई मुख्य मार्ग बंद हो गए हैं।
टिहरी जिले में गंगोत्री हाईवे लगातार तीसरे दिन भी बगड़धार में अवरुद्ध रहा। चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे मैठाणा में तीन घंटे तक बाधित रहा। इसके कारण छोटे वाहनों को नंदप्रयाग-कोठियालसैंण मोटर मार्ग से होकर निकाला गया। वहीं देर शाम भारी वर्षा के चलते बदरीनाथ हाईवे पागलनाला में भी बोल्डर व मलबा आने से अवरुद्ध हो गया।
इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे राना चट्टी के पास चार घंटे तक बाधित रहा। नजीबाबाद-बुआखाल हाईवे भी पिछले तीन दिन से बाधित पड़ा है। हरिद्वार जिले में भूस्खलन के चलते दर्शन के लिए बंद किए गए चंडी देवी मंदिर रोपवे को खोल दिया गया है। हालांकि पैदल दर्शन की अनुमति नहीं है। साथ ही मंदिर परिसर में दुकानें भी बंद करा दी गई हैं।
कुमाऊं मंडल में टनकपुर-तवाघाट हाईवे धारचूला से तवाघाट के बीच बाधित है। इसके कारण नेपाल और चीन सीमा से लगे 60 से अधिक गांवों का संपर्क कटा है। साथ ही जौलजीबी-मुनस्यारी मार्ग सात घंटे अवरुद्ध रहा। थल-मुनस्यारी मार्ग बनिक के पास दूसरे दिन भी नहीं सुचारु हुआ।
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को प्रदेशभर में भारी वर्षा का अनुमान है। बीती मंगलवार को भारी वर्षा के चलते बगड़धार में गंगोत्री हाईवे का एक हिस्सा धंस गया था। इसके चलते पिछले तीन दिन से हाईवे पर यातायात सुचारु नहीं किया जा सका है। ऐसे में हरिद्वार और ऋषिकेश से आने वाली सवारियों को परेशानी हो रही है। यहां कोहरा छाने और वर्षा के चलते यातायात सुचारु करने में परेशानी हो रही है।
चमोली जिले में देवाल-बोरागाड मोटर मार्ग गरसो गदेरे और देवाल-थराली मोटर मार्ग चेपड़ो के पास मलबा आने से अवरुद्ध है। उधर, लोहाजंग-वाण- देवाल-खेता मोटर मार्ग 11 दिन बाद भी सुचारु नहीं हो पाया है। जिले में अतिवृष्टि के चलते सड़क से कट चुके ग्रामीण के लिए प्रशासन की ओर से अस्थायी पुल बनाए जा रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि, जिले में 13 पैदल पुलिया क्षतिग्रस्त हुई थी।