गुरदासपुर, 02 अप्रैल (ब्यूरो) : किसानों ने फिर से रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया है। इसमें भारत माला प्रोजेक्ट के तहत निलकने वाले हाईवे के लिए किसानों की अधिग्रहण की जमीनों के वाजिब मुआवजे न मिलने के कारण, गन्ने के बकाया का भुगतान न मिलने के कारण, शहीदों के परिवारों को मुआवजे और नौकरियों सहित अन्य अहम मुद्दों को लेकर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब द्वारा लगातार संघर्ष किया जा रहा है। इसे लेकर पंजाब सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पर गत तीन महिने पहले बटाला और गुरदासपुर में किए रेल रोको आंदोलन को जत्थेबंदी द्वारा खत्म किया गया था, लेकिन सरकार द्वारा मांगों को पूरा न करने पर अब फिर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब द्वारा आज अमृतसर-पठानकोट रेल मार्ग पर बटाला में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन शुरु किया गया है।
इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेताओं ने बताया कि पिछले तीन महीने किसानों की मांगों को लेकर बटाला और गुरदासपुर में रेलवे ट्रेक रोका गया था। उसमें जो तीन नेशनल हाईवे बनने जा रहे हैं, उनमें जो कसानों की जमीनें एक्वायर की जा रही है उनका मुआवजा किसानों को एक जैसा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी भी बात करने के लिए आए थे पर मीटिंग बेनतीजा निकली। किसानों के कहा कि जब तक इन मांगों का हल नहीं निकलता तब तक रेलवे ट्रैक जाम रखा जाएगा।
दूसरी मांग है कि जिसे से संबंधित किसान जो विरोध प्रदर्शन के दौरान शहीद हुए उनके परिवारों को न तो मुआवजा और न ही सरकारी नौकरियां दी गई हैं। इसके साथ ही गन्ना की पेमेंट जो 15 दिन में दी जानी थी, वह 40 दिन बीत जाने के बाद भी किसानों को नहीं दी गई। गन्ने का जो सरकारी रेट 380 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है, उसमें से 330 रुपए गन्ना मिल ने देने होते हैं और बाकी 50 रुपए सरकार ने देने होते हैं, वह भी आज तक नहीं मिले। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि गन्ना की पेमेंट 380 रुपए एक बार में इकट्ठे मिलने चाहिए, इस तरह की मांगों को लेकर प्रशासन ने आश्वासन दिया था पर आश्वासन के बाद भी मांगों को पूरा न किए जाने पर अब किसानों द्वारा मजबूरन आज बटाला स्टेशन और गुरदासपुर-पठानकोट रेलवे ट्रैक जाम किया गया है।