ताज़ा खबरपंजाब

अब इस आप विधायक और IAS अधिकारी में हुआ पंगा

लुधियाना, 23 जुलाई (ब्यूरो) :- जिले से आम आदमी पार्टी के MLA गुरप्रीत बस्सी गोगी का चंडीगढ़ के IAS अधिकारी दिलीप कुमार से पंगा हो गया है। गोगी ने कहा कि यह अधिकारी दफ्तर में लोगों और जनता के चुने नुमाइंदों के लिए तानाशाही रवैया अपना रहा है। वह इंडस्ट्रियलिस्टों का दल लेकर मीटिंग करवाने के लिए गए थे तो अधिकारी दिलीप ने उन्हें दफ्तर से बाहर जाने के लिए कहा दिया था कि आप इंडस्ट्रियलिस्ट नहीं हैं।
मीटिंग में राजनीति लोग नहीं बैठ सकते। उन्होंने बताया कि वह उस दल को खुद वहां री प्रेजेंट करने गए थे, लेकिन इस अधिकारी द्वारा की कई बदसलूकी के कारण स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को शिकायत भेजी है, ताकि आने वाले समय में विधायकों से कोई बदसलूकी न हो।
MLA गुरप्रीत बस्सी गोगी ने शिकायत में लिखा कि वह इंडस्ट्रीज एसोसिएशनों के दल को लेकर सेक्टर-17 चंडीगढ़ में प्रमुख सचिव, इंडस्ट्री और कॉमर्स से मिलने गए थे। वहां जब वह मीटिंग में कुर्सी पर बैठने लगे तो IAS दिलीप कुमार ने उनसे कहा कि आप यहां से चले जाओ, आपका इस मीटिंग से कोई संबंध नहीं है। इस कारण वह काफी अपमानित हुए है।
उस अधिकारी से कहा भी गया कि वह इस दल को री-प्रेजेंट कर रहे हैं, क्योंकि वह पहले इंडस्ट्री के चेयरमैन भी रह चुके हैं और अब मौजूदा विधायक हैं, लेकिन अधिकारी ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। इस तरह से IAS अधिकारी द्वारा सार्वजनिक तौर पर बेइज्जत करना सही नहीं है। वह कानूनी कार्रवाई करते हुए यह शिकायत भेज रहे हैं, जिसे प्रीवलेज कमेटी को भेजा जाएगोगी मांग करते हैं कि जिन स्थानों पर पब्लिक डिलिंग होती है, उस जगहों पर इस तरह के अधिकारियों की डयूटी न लगाई जाए। जो अधिकारी पंजाब सरकार और लोगों के चुने हुए नुमाइंदों के साथ इस तरह का सलूक कर रहे हैं तो आम जनता के साथ क्या करते होंगे। उन्हें निजी तौर पर भी पता चला है कि इस अधिकारी का दफ्तर में भी व्यवहार सही नहीं है। इस कारण अधिकारी खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
गोगी मांग करते हैं कि जिन स्थानों पर पब्लिक डिलिंग होती है, उस जगहों पर इस तरह के अधिकारियों की डयूटी न लगाई जाए। जो अधिकारी पंजाब सरकार और लोगों के चुने हुए नुमाइंदों के साथ इस तरह का सलूक कर रहे हैं तो आम जनता के साथ क्या करते होंगे। उन्हें निजी तौर पर भी पता चला है कि इस अधिकारी का दफ्तर में भी व्यवहार सही नहीं है। इस कारण अधिकारी खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button