अमृतसर 03 फरवरी ( कंवलजीत सिंह लाडी, साहिल गुप्ता) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अजनाला के लोगों को एक बड़ा तोहफा दिया है जिसके तहत 66 केवी: ग्रिड को 220 केवी: ग्रिड में परिवर्तित किया जाएगा और जिस पर लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसके अलावा अजनाला निर्वाचन क्षेत्र में की 25 करोड़ की लागत से बिजली के खंभों की लंबाई को 11 मीटर किया जाएगा। इस संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री श्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि 1968 से बने 66 केवी ग्रिड को 220 केवी ग्रिड में परिवर्तित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 55 साल पहले बना यह ग्रिड आबादी के हिसाब से लोगों को बिजली मुहैया कराता था, लेकिन इतने लंबे समय के बाद कई कांग्रेस और अकाली सरकारों ने राज किया, लेकिन इस ग्रिड की सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले हमारी सरकार ने लोगों को निरंतर बिजली आपूर्ति का वादा किया था, जिसे पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान ने 35 करोड़ रुपये की लागत से 220 केवी ग्रिड बनाने की मंजूरी दे दी है।
मंत्री धालीवाल ने कहा कि पहले चक डोगरा, गगोमहल, रामदास और दयाल भारंग 66 केवी ग्रिड फतेहगढ़ चूड़ीआ से बिजली पर चल रहे थे जो अब अजनाला से बिजली प्राप्त करके 115 गांवों को बिजली सुविधा प्रदान करेंगे। लोड में कमी आएगी और लोगों को बिजली कटौती से राहत भी मिलेगी । उन्होंने कहा कि श्री भगवंत सिंह मान ने पहले ही राज्य के लोगों को 300 यूनिट शून्य बिजली बिल की सुविधा प्रदान की है, जिसका लोगों को बड़े पैमाने पर लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योगों को भी लगातार बिजली आपूर्ति की जा रही है। कैबिनेट धालीवाल ने कहा कि अजनाला में 25 करोड़ रुपये की लागत बिजली पोल को 11 मीटर लंबा और केबल तार भी लगाया जाएगा, जिससे ट्रैफिक समस्या का भी समाधान होगा. उन्होंने कहा कि बिजली के खंभे नीचे होने के कारण अक्सर बड़े वाहन तारों से टकरा जाते हैं, जिससे किसी प्रकार की दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है. श्री धालीवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने अजनाला हलके के स्कूलों के लिए 27 करोड़ 95 लाख रुपये जारी किए थे, जिसमें से स्कूलों की मरम्मत आदि के लिए 7 करोड़ 18 लाख रुपये की पहली किस्त मिल गई है, जिससे स्कूलों का सुधार होगा उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने सड़क सुरक्षा बल का गठन किया है जो हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकेगा और दुर्घटना होने पर घायलों को अस्पताल पहुंचाएगा।