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अच्छे टीचर्स का अच्छा शोधकर्ता होना समय की मांग : पूर्व वाइस चांसलर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ ओड़िशा प्रोफेसर सच्चिदानंद मोहंती

जालंधर, 09 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर मे’रिसर्च कल्चर,चैलेंजिस एंड ऑपच्यूनिटीज’विषय पर फैकल्टी डिवलेपमेंट प्रोग्राम का आयोजन करवाया गया जिसमें स्त्रोत वक्ता के रूप में सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ ओड़िशा के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर सच्चिदानंद मोहंती उपस्थित हुए।

प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने प्रोफेसर सच्चिदानंद मोहंती का अभिनंदन करते हुए कहा कि हमारे प्राध्यापकवृंद के लिए सौभाग्य की बात है कि शैक्षणिक एवं शोध के क्षेत्र पर अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके ज्ञान के भंडार, विनम्र व्यक्तित्व को सुनने का उन्हें अवसर प्राप्त हो रहा है;उन्होंने बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस,सेज पब्लिकेशन ओरियंट लोंगमैन से भी इनकी पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है और अभी तक इनकी उन्नतीस पुस्तकें इंग्लिश एवं उड़िया में प्रकाशित हो चुकी है और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कारों से इनको सम्मानित भी किया जा चुका है।

प्रोफेसर मोहंती ने रिसर्च कल्चर चैलेंजिस एंड ऑपच्यूनिटीज विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एक अच्छे टीचर को पहले एक अच्छा शोधकर्ता भी होना चाहिए और शोधकर्ता का मन बच्चे जैसा होना चाहिए जिसमें हर वक्त कुछ ना कुछ नया सीखने की जिज्ञासा बनी रहनी चाहिए; उन्होंने कहा कि टीचर को एक निरंतर पाठक भी होना चाहिए और उसे समय अनुकूल ज्ञान भी प्राप्त करते रहना चाहिए, उन्हें सूचना, ज्ञान एवं बुद्धिमता के अंतर को सूक्ष्मता से स्वयं समझते हुए विद्यार्थियों को भी से परिचित करवाना चाहिए और टीचर्स का यह कर्त्तव्य है कि वे विद्यार्थियों की रचनात्मकता, सहजता एवं जिज्ञासा को हमेशा प्रोत्साहित करते रहें

ताकि उनमें नया सीखने की चाह बनी रहे उन्होंने कहा कि जालंधर में यहां ज्यादातर व्यापारिक परिवार रहते हैं उन व्यापारियों को और शिक्षाविदों को एक मंच पर आकर नई नीतियों का निर्माण करना होगा ताकि हमारे विद्यार्थियों को रोजगार के उचित अवसर प्राप्त हो सके। श्री मोहंती ने कहा कि विद्यार्थियों को गुरु-शिष्य परंपरा से अवगत कराना भी जरूरी है और उनको यह बताना चाहिए कि हमें विभिन्न विचारधाराओं में सामंजस्य स्थापित करते हुए और अपने आपको जानते हुए जीवन की राह पर आगे बढ़ना है। प्रो सच्चिदानंद मोहंती ने कहा कि मैं पंजाबियों की देशभक्ति,श्रद्धा ,अपनापन,आतिथ्य को देखकर अभिभूत हूं और मैं भविष्य में भी निरंतर पंजाब आते रहना चाहूंगा।

अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डॉ सुनीत कौर ने श्री मोहंती का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपका स्वत:स्फूर्त ज्ञान तो बहते झरने जैसा था जिसमें हम सभी निमग्न हो गए। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए साइकलोजी विभाग की अध्यक्ष मैडम मोनिका सेखो एवं मैडम इंटीरियर डिजाइन विभाग की मैडम रजनी कुमार के प्रयासों की भरपूर सराहना की।

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